tag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post5080434421755537816..comments2023-10-03T15:28:37.789+05:30Comments on मेरी नज़र से: कैसी होती है माँ ...??रश्मि प्रभा...http://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-36582965153554080212012-09-23T03:19:15.194+05:302012-09-23T03:19:15.194+05:30सार्व जनीन सर्कालिक सार्वत्रिक चित्र है यही माँ का...सार्व जनीन सर्कालिक सार्वत्रिक चित्र है यही माँ का .किसकी इस छवि से तदानुभूति न होगी .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-11578172818290123272012-09-22T23:46:45.039+05:302012-09-22T23:46:45.039+05:30सतीश जी की यह रचना मन को छू जाती है सतीश जी की यह रचना मन को छू जाती है संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-14030245975230862872012-09-22T21:41:06.424+05:302012-09-22T21:41:06.424+05:30रश्मि प्रभा जी और सतीश जी आप दोनों को धन्यवाद. माँ...रश्मि प्रभा जी और सतीश जी आप दोनों को धन्यवाद. माँ की अनंत कृपा की याद दिलाने केलिए . कहना चाहूँगा - कटोरी के थोड़े से पानी me जैसे अनंत आकाश दिखाई देता है ठीक वैसे आपकी कवितायों में माँ की अनंत महिमा का दर्शन हुआ. आभार.कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-17645178553301448452012-09-22T19:58:30.035+05:302012-09-22T19:58:30.035+05:30 माँ होती ही ऐसी है ..भावपूर्ण अभिव्यक्ति.. माँ होती ही ऐसी है ..भावपूर्ण अभिव्यक्ति..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-21789873704690224262012-09-22T15:29:21.084+05:302012-09-22T15:29:21.084+05:30मां और मां के स्नेह को शब्दों में व्यक्त करते ...मां और मां के स्नेह को शब्दों में व्यक्त करते भाव हमेशा अपने लगते हैं ... सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-16659892725151996522012-09-22T12:15:43.708+05:302012-09-22T12:15:43.708+05:30माँ की याद दिलाने के लिए आपका आभार रश्मि जी,
३ स...माँ की याद दिलाने के लिए आपका आभार रश्मि जी,<br /> <br />३ साल का था मैं, जब भगवान ने उन्हें मुझसे अलग कर दिया था , उनका कोई चित्र अथवा स्वरुप भी नहीं है मेरे पास :(<br /><br />बचपन में जब मंदिर जाता<br />कितना शिवजी से लड़ता था?<br />छीने क्यों तुमने ? माँ, पापा<br />भोले से नफरत करता था !<br />क्यों मेरा मस्तक झुके वहां, जिसने माँ की ऊँगली छीनी ! <br />मंदिर के द्वारे बचपन से, हम गुस्सा होकर बैठे हैं !<br /><br /><br />एक दिन सपने में तुम जैसी,<br />कुछ देर बैठकर चली गयी ,<br />हम पूरी रात जाग कर माँ ,<br />बस तुझे याद कर रोये थे !<br />इस दुनिया से लड़ते लड़ते , तेरा बेटा थक कर चूर हुआ !<br />तेरी गोद में सर रख सो जाएँ, इस चाह को लेकर बैठे हैं !<br /><br />माँ के बारे में जितना लिखा जाए वह कम होगा.. <br /><br />मैं, यह कविता लिखने के बाद, इसे कभी पूरी नहीं पढ़ पाया ........Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-83135178254670445732012-09-22T10:55:10.901+05:302012-09-22T10:55:10.901+05:30maa aisi hi hoti hai......maa ki barbari koi nahi ...maa aisi hi hoti hai......maa ki barbari koi nahi kar saktaRewa Tibrewalhttps://www.blogger.com/profile/06289019678581015004noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-38968530087584880092012-09-22T10:53:44.643+05:302012-09-22T10:53:44.643+05:30चाहे जितना भी कह लो ....माँ के आशीषों , उसके स्नेह...चाहे जितना भी कह लो ....माँ के आशीषों , उसके स्नेह को कोई शब्दावली....पूर्णरूपसे वर्णित नहीं कर सकती ....बहुत कुछ फिर भी अनकहा ही रह जाता है ......Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4027017705632771090.post-37318255011556775912012-09-22T10:47:39.568+05:302012-09-22T10:47:39.568+05:30वाह माँ होती है ऐसी है , माँ के जैसा कोई भी नहीं ह...वाह माँ होती है ऐसी है , माँ के जैसा कोई भी नहीं है बेहद सुन्दर रचना अरुन अनन्तhttps://www.blogger.com/profile/02927778303930940566noreply@blogger.com